अगर मैं आपसे राहुल गांधी के बारे में पुछु कि कौन है राहुल गांधी ? तो आप के मन मे सबसे पहले जो शब्द आएगा वो है पप्पू और अन्य कई ऐसे नाम जो एक व्यक्ति की हिम्मत तोड़ने के लिए काफी है परंतु इससे आगे आप राहुल गांधी की व्याख्या नहीं कर पाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आज मैं राहुल गांधी का मुद्दा क्यों लेकर आया हूं।
ताकि किसी गलत जानकारी के चलते आप अपने किमती वोट का इस्तेमाल किसी गलत व्यक्ति को जीताने के लिए ना करे। आज जो बाते में आपके समक्ष रखने जा रहा हूँ वो आपको बुरी तो लगेगी और शायद आप मुझे गाली भी दे।
लेकिन यह सच्चाई है और इसे जानना भी आपके लिए बेहद जरूरी है क्योंकि किसी व्यक्ति विशेष की जानकारी के बावजूद उसे गलत समझ लेना यह तो सही नहीं है ना दोस्तों।
आइए अब शुरू करते है आप इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को जानते ही होंगे अब आप सोच रहे होंगे कि हां भाई हम इन्हें भी जानते है और यह भी जानते है कि राहुल गांधी भी इन्ही के परिवार का हिस्सा है लेकिन क्या आप जरा यह विचार करे कि एक व्यक्ति जो देश के अमीर लोगों में पहले नंबर पर आता हो उसे सत्ता की गद्दी की क्या जरूरत।
जो व्यक्ति विश्व में कही भी जाकर रह सकता है और अपने पैसों से जिंदगी भर बिना किसी मेहनत के अपनी जिंदगी अराम से बीता सकता हो उसे राजनीति की क्या जरूरत। भारत में जिसकी दादी और पिता के नाम के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, सड़के और मार्ग हो उसे नाम कमाने की क्या जरूरत।
आप ही बताए कि जो व्यक्ति अपनी जिंदगी ऐस और अराम से काट सकता है उस व्यक्ति को गर्मी में धक्के खाने की क्या जरूरत। दरअसल राहुल गांधी वो शख्सियत है जो जीतने के लिए नहीं लड़ रहा बल्कि अपने पिता और दादी की पार्टी को बचाए रखने के लिए यह लड़ाई लड़ रहा है।
अब मैं अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री की ही बात कर लू तो आप कहेंगे कि मोदी जी ने गरीबी देखी है वो तो चाय बेचते थे और उन्होंने तो देश सेवा के लिए शादी भी नहीं कि परंतु इन बातों को सुनकर मुझे कन्हेया कुमार के वो शब्द याद आ गए कि शादी तो गब्बर सिंह की भी नहीं हुई थी तो वो चोरी किसके लिए करता था।
अरे भाई शादी और बच्चे ना होना ईमानदारी का कोई सर्टिफिकेट थोड़ी है। तो अब जरा आप भी विचार करे और सोच समझकर अपने मत का इस्तेमाल करे और अंत में मैं धन्यवाद करना चाहूंगा मेरे बड़े भाई विशाल सिंह का जिन्होंने इस बात को आप लोगों के समक्ष लाने के लिए मुझे प्रेरित किया।
धन्यवाद
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