Monday, 3 June 2019

देश की राजनीति


देश की राजनीति अब समझ नहीं आती की, क्या चल रहा है देश में ? अब तो ऐसा लगता है मानों मीडिया बच्चा और लोकतंत्र खिलोना बन गया है, जिसका मन करता है वो खेल लेता है। अब तो बसों और मेट्रो में सफर करने में भी डर लगता है।
हां मैं हिंदू हूं, मुसलमान नहीं (मेरा इस पोस्ट को लिख कर किसी धर्म विशेष को चोट पहुचाने का मकसद नहीं है) पर फिर भी हिंदुत्व के नाम पर जो देश में चल रहा हैं उसे देख कर मन सहम जाता है, क्योंकि ना जाने किस मोड़ पर कोई भक्त टकरा जाए और आपको गौ मास या फिर मेरे सवाल करने पर मुझे मार दे।
माना हिंदू शब्द को सुन कर मन में शेर होने की अनुभूति (Feeling) होती है, परंतु आप शायद यह भूल गए कि शेर जंगल का राजा कहलाता है और राजा कभी अपनी प्रजा को दुख नहीं पहुंचाता, पर फिर भी आप अगर हिंदुत्व के नाम पर किसी को मार कर अपने हिंदू होने पर गर्व करते है तो शायद यह आपकी गलती है।
अरे हिंदू होने से पहले आप एक इंसान है और एक बार जरा देश का इतिहास उठा कर देख लो आज तक किसी भी हिंदू ने बेवजह किसी अन्य धर्म को ठेस या दुख नहीं पहुंचाया। तो लोगों या नेताओं की सुनना बंद करो क्योंकि नेताओं का तो काम होता है भड़काना और फायदा उठा कर सत्ता की कुर्सी पर बैठ जाना।
अगर आपको मेरी बात सुनकर दुख पहुंचा हो या फिर मुझे गाली देने का मन करे तो कमेंट करने में कोई पैसे नहीं लगते आप वहां लिख सकते हो, बस कुछ भी लिखने से पहले आप मुझे एक जवाब जरूर दिजिएगा कि क्या आज तक के इतिहास में दंगों में कोई भी नेता मरा है क्या ?
मैं जानता हूं की आपका जवाब ना होगा। अरे भाई नींद से जागो हम 21वी सदी में जी रहे है और आप एक पढ़े लिखे परिवार से आते हो तो किसी नेता या धर्म के नाम पर देश को बांटने वाले लोगों की बातों को दिल से लगाना बंद करो।
और अंत में मैं आपसे यही कहूंगा कि अगर आपको मेरी बात सुनकर ठेस पहुंची हो तो मुझे माफ करना दोस्तों, मैं ऐसा ही हूं और खुल के लिखना मेरा कर्तव्य है, क्योंकि ना जाने कैसे पर हां मैं पत्रकार हूं, लेकिन आज के पत्रकारों को देख कर मुझे अपने आप को पत्रकार कहने में दुख होता है क्योंकि इन लोगों ने पत्रकारिता को छिन्न-भिन्न कर दिया है।
धन्यवाद।           

Thursday, 11 April 2019

चुनाव और मतदान



चुनाव एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें एक आम आदमी अपनी सबसे बड़ी ताकत अपने मत का इस्तेमाल करके अपने भविष्य के 5 सालों की बेहतरी के लिए एक व्यक्ति का चयन करता है। परंतु आज के समय में लोग जिंदगी की भागदौड़ में इतने व्यस्त हो गए है कि वह मतदान करना भी जरूरी नहीं समझते।
लेकिन आज मैं आपको मतदान से जुड़ी कई ऐसी बाते बताने जा रहा हूं जिसे पढ़ने के बाद शायद आपका मन मतदान के लिए जरूर करेगा। दरअसल चुनाव हर 5 साल में होते है और कोई ना कोई पार्टी चुनाव जीतती है।
और हर चुनावों के बाद हम उस पार्टी और उनके नेताओं को कोसना शुरू कर देते है कि यह नेता बेकार है, हमारा प्रधामंत्री चोर है और भी कई ऐसी बाते लेकिन क्या आप जानते है कि एक गलत नेता और पार्टी को जीताने वाले आप ही लोग है।
दरअसल आप तो कह देते है कि मैं मतदान करने नहीं जाऊंगा और वैसे भी मेरे एक के वोट डालने ना डालने से क्या फर्क पड़ता है लेकिन चुनावों के समय अपने मन को समझाने के बजाए आप जरा इस बात पर भी विचार करें कि क्या पता आपके एक वोट ना डालने के चलते एक अच्छा और मेहनती नेता हार जाए।
अंत में मैं बस आप लोगों से यही गुजारिश करना चाहूंगा कि किसी के कहने या किसी नेता के चुनावी वादों के चुंगल में ना फंस कर आप अपने मत का सही प्रयोग करें क्योंकि आपको बहलाने वाला नेता अगर इतना ही अच्छा है और मेहनती है तो उसे आपके आगे वोट की भीख मांगने की क्या जरूरत।
विचार करें क्योंकि आपका एक वोट भी कर सकता है भारत के बेहतर भविष्य का फैसला।

Sunday, 7 April 2019

कौन है राहुल गांधी ?


अगर मैं आपसे राहुल गांधी के बारे में पुछु कि कौन है राहुल गांधी ? तो आप के मन मे सबसे पहले जो शब्द आएगा वो है पप्पू और अन्य कई ऐसे नाम जो एक व्यक्ति की हिम्मत तोड़ने के लिए काफी है परंतु इससे आगे आप राहुल गांधी की व्याख्या नहीं कर पाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आज मैं राहुल गांधी का मुद्दा क्यों लेकर आया हूं।
ताकि किसी गलत जानकारी के चलते आप अपने किमती वोट का इस्तेमाल किसी गलत व्यक्ति को जीताने के लिए ना करे। आज जो बाते में आपके समक्ष रखने जा रहा हूँ वो आपको बुरी तो लगेगी और शायद आप मुझे गाली भी दे।
लेकिन यह सच्चाई है और इसे जानना भी आपके लिए बेहद जरूरी है क्योंकि किसी व्यक्ति विशेष की जानकारी के बावजूद उसे गलत समझ लेना यह तो सही नहीं है ना दोस्तों।
आइए अब शुरू करते है आप इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को जानते ही होंगे अब आप सोच रहे होंगे कि हां भाई हम इन्हें भी जानते है और यह भी जानते है कि राहुल गांधी भी इन्ही के परिवार का हिस्सा है लेकिन क्या आप जरा यह विचार करे कि एक व्यक्ति जो देश के अमीर लोगों में पहले नंबर पर आता हो उसे सत्ता की गद्दी की क्या जरूरत।
जो व्यक्ति विश्व में कही भी जाकर रह सकता है और अपने पैसों से जिंदगी भर बिना किसी मेहनत के अपनी जिंदगी अराम से बीता सकता हो उसे राजनीति की क्या जरूरत। भारत में जिसकी दादी और पिता के नाम के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, सड़के और मार्ग हो उसे नाम कमाने की क्या जरूरत।
आप ही बताए कि जो व्यक्ति अपनी जिंदगी ऐस और अराम से काट सकता है उस व्यक्ति को गर्मी में धक्के खाने की क्या जरूरत। दरअसल राहुल गांधी वो शख्सियत है जो जीतने के लिए नहीं लड़ रहा बल्कि अपने पिता और दादी की पार्टी को बचाए रखने के लिए यह लड़ाई लड़ रहा है।
अब मैं अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री की ही बात कर लू तो आप कहेंगे कि मोदी जी ने गरीबी देखी है वो तो चाय बेचते थे और उन्होंने तो देश सेवा के लिए शादी भी नहीं कि परंतु इन बातों को सुनकर मुझे कन्हेया कुमार के वो शब्द याद आ गए कि शादी तो गब्बर सिंह की भी नहीं हुई थी तो वो चोरी किसके लिए करता था।
अरे भाई शादी और बच्चे ना होना ईमानदारी का कोई सर्टिफिकेट थोड़ी है। तो अब जरा आप भी विचार करे और सोच समझकर अपने मत का इस्तेमाल करे और अंत में मैं धन्यवाद करना चाहूंगा मेरे बड़े भाई विशाल सिंह का जिन्होंने इस बात को आप लोगों के समक्ष लाने के लिए मुझे प्रेरित किया।
धन्यवाद




Tuesday, 1 January 2019

आप ही बताओ हम कैसे भूल जाए ?

  • वो कहते है हम विकास की लहर लाएंगे पर आप ही बताओ कि हम बदहाली से जूझ रहे अपने देश को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम नाम बदलकर बदलाव लाएंगे पर हम उन्हें कैसे समझाएं कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता बदलाव के लिए पहले सोच बदलनी जरूरी है बदलाव अपने आप आ जाएगा।
  • वो कहते है हम बुलट ट्रैन चलाएंगे पर आप ही बताओ हम चल रही ट्रेनों की बदहाली को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम राम मंदिर बनाएंगे पर आप ही बताओ कि जो 4 साल में नहीं हो पाया वो बीते 6 महीने में कैसे कर पाओगे ?
  • वो कहते है हम किसानों के लिए नई स्कीम लाएंगे पर आप ही बताओ हम दिल्ली में हुई किसानों के साथ उस बदसलूकी को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम गौ हत्या पर रोक लगाएंगे पर आप ही बताओ हम देश में हो रहे गऊ माता पर अत्याचारों को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम घर-घर बिजली पहुंचाएंगे पर आप ही बताओ हम गांवों के उन अंधेरे में धंस रहे घरों को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम काला धन वापस लाएंगे पर आप ही बताओं हम देश के हजारों करोड़ लेकर भाग गए माल्या और मोदी को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम रेप की घटनाओं पर रोक लगाएंगे पर आप ही बताओ साहब हम दर्द से तड़पती अपनी लोडो की चिल्लाहट को कैसे भूल जाए ?
  • वो कहते है हम एक के बदले 10 सिर लाएंगे पर आप ही बताओ कि देश की सरहद पर लगातार पाकिस्तान की नापाक हरकतों के चलते शहीद हो रहे अपने जवानों की कुर्बानी को कैसे भूल जाए ?